पढ़ना सीखा मगर कभी पढ़ा नहीं
लिखना सीखा मगर कभी लिखा नहीं
बोलना सीखा मगर कभी बोला नहीं
जब कुछ पढ़ लिया तो पढ़ाया नहीं अपनाया नहीं
जब लिखा तो किसीको बताया नहीं पढ़ाया नहीं
जब बोला तो किसीको सुना नहीं
हे प्रभु! यह कैसी गुथी है
एक कृपा करना
इसके सुलझने के बाद कुछ जीवन शेष रखना

What an unsaid truth of life! We know it but we want to listen it from someone to understand it!
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