शिक्षा का अर्थ यह नहीं की आप चार बातें याद कर लें जिनका वास्तविकता में कोई महत्व नहीं शिक्षा वही है जोह आदमी को विभिन परिस्थितियों में भी सही गलत का फैसला करने में सशक्त करे।
शिक्षा हमें पराजय से डरने और भागने के लिए नहीं बल्कि इस दुनिया में अपने आप को आत्मविश्वास से प्रस्तुत करने के लिए है।
शिक्षा सिर्फ उसके लिए नहीं है जोह शिक्षा पा रहा है लेकिन हर उस व्यक्ति के लिए है जोह उस शिक्षित व्यक्ति से जुड़ा है।
शिक्षा कभी अकेले की नहीं बल्कि एक समाज की की जाती है और हर वोह शिस्क्षा जोह आपको समाज से दूर ले जाए वहीँ शिक्षा आपको भविष्य में एक अकेला लचर और किसी और पे निर्भर व्यक्ति बनाती है।
अगर आप शिक्षा से भी इस दुनिया के जूठ और माया से आज़ाद नहीं हो पा रहे तब तक वह शिक्षा बेकार है।
